महंगाई के इस दौर में केवल वेतन से घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। इसलिए, कभी-कभी कर्ज़ लेना पड़ता है। अगर आप भी कर्ज़ के बोझ तले दबे हैं, तो मायूस होने की जरूरत नहीं है। यहां पर हम एक बेहतरीन दुआ और वजीफा प्रस्तुत कर रहे हैं, जिससे इंशाल्लाह आपका कर्ज़ जल्दी उतर जाएगा।
Karz Ki Dua हिंदी में
अरबी: اَللّٰهُمّ اكْفِنِى بِحَلَالِكَ عَنْ حَرَامِكَ وَ اَغْنِنِىْ بِفَضْلِكَ عَمَّنْ سِوَاكَ
उच्चारण: Allahumma Kafeeni Bihlaali Ka An Haraami Ka Wa Agneeni Beefazli Ka Amman Siwa Ka
हिंदी: अल्लाहुम्मा कफिनी बिहलालि क अन हरामि क व अगनिनी बिफजली क अम्मन सिवा क
तर्जुमा: ऐ अल्लाह, मुझे हलाल रिज्क अता फरमा कर हराम से बचा और अपने फज्लो करम से अपने सिवा गैरों से बेनियाज कर दे।
Karz Utarne Ka Wazifa
- सुबह-शाम: हर रोज़ सुबह और शाम 100 मरतबा इस दुआ को पढ़ें।
- नमाज के बाद: हर नमाज के बाद 11 बार इस दुआ को पढ़ें।
- दुरूद शरीफ: पढ़ने से पहले और बाद में 1-1 बार दुरूद शरीफ पढ़ें।
कर्ज़ उतारने की हदीस
हजरत अली (रजि) को रसूलुल्लाह ﷺ ने यह दुआ सिखाई और फरमाया कि अगर तुम पर पहाड़ के बराबर भी कर्ज़ हो, तब भी अल्लाह तुम्हारी तरफ से अदा करेगा।
कर्ज़ उतारने का तरीका
- बचत करें: अपने खर्चों में कटौती करके ज्यादा से ज्यादा पैसा बचाएं और कर्ज़ चुकाने में लगाएं।
- फिजूलखर्ची से बचें: जब तक कर्ज़ न चुका दें, तब तक अनावश्यक खर्चों से बचें।
- पहले बड़े कर्ज़ चुकाएं: छोटी-छोटी रकम जमा करके पहले बड़े कर्ज़ को चुकाएं।
FAQs
कर्ज़ उतारने के लिए कौन सी दुआ पढ़ें?
- कर्ज़ उतारने के लिए ‘अल्लाहुम्म कफिनी बिहलालि क अन हरामि क व अगनिनी बिफजली क अम्मन सिवा क’ पढ़ें।
अंतिम बात
इस लेख में हमने कर्ज़ उतारने की दुआ और वजीफा प्रस्तुत किया है। यह दुआ अरबी, अंग्रेजी, और हिंदी में दी गई है ताकि आप इसे आसानी से समझ सकें और अमल में ला सकें। अगर आपको कोई सवाल हो या कोई दिक्कत हो, तो बेझिझक पूछें।