दर्द एक ऐसी स्थिति है जो हमारे जीवन में कभी-कभी बहुत असहनीय हो जाती है। इस समय में हमें अल्लाह पर यकीन रखते हुए दर्द से निजात पाने की दुआ पढ़नी चाहिए।
यहाँ पर हम एक विशेष दुआ “दर्द की दुआ” प्रस्तुत कर रहे हैं, जो हर प्रकार के दर्द से निजात दिलाती है। इस दुआ को आप हिंदी, अरबी और इंग्लिश में पढ़ और याद कर सकते हैं।
दर्द की दुआ
हमने यहाँ पर दर्द से निजात पाने की दुआ को हिंदी के साथ-साथ अरबी और इंग्लिश के साफ और आसान लफ्ज़ों में बताया है। इसे आप अपनी पसंदीदा भाषा में पढ़ सकते हैं ताकि दोबारा कहीं पर भी ना देखना पड़े।
दर्द की दुआ हिंदी में
बिस्मिल्लाह अउजु बिल्लाहि व क़ुदरतीही मीन शर्री मा अजिदु वा उहाजिरू
दर्द की दुआ अरबी में
بِاسْمِ اللَّهِ أَعُوذُ بِاللَّهِ وَقُدْرَتِهِ مِنْ شَرِّ مَا أَجِدُ وَأُحَاذِرُ
दर्द की दुआ इंग्लिश में
Bismillah Aujoobillahi Wa Qudrateehi Min Sharri Maa Ajidoo Wa Uhaajiru
दर्द की दुआ का तर्जुमा
मैं अल्लाह की जात और कुदरत से हर उस चीज़ से पनाह मांगता हूं जिसे मैं महसूस करता हूं और जिस से मैं खौफ करता हूं।
दर्द की दुआ पढ़ने का तरीका
जब आपके बदन में कहीं भी दर्द हो, तो उस जगह पर अपना हाथ रखें और फिर 3 बार “बिस्मिल्लाह” पढ़ें।
इसके बाद 7 बार दर्द की दुआ “बिस्मिल्लाह अउजु बिल्लाहि व क़ुदरतीही मीन शर्री मा अजिदु वा उहाजिरू” पढ़ें। अल्लाह पर यकीन और विश्वास रखते हुए यह दुआ करें, इंशाअल्लाह आपका दर्द खत्म हो जाएगा।
हमारे प्यारे नबी हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने भी इस दुआ को पढ़ने की सलाह दी है। यह हदीस मुस्लिम: 2202 में मिलती है।
अंतिम लफ्ज़
अब तक आप आसानी से दर्द से निजात की दुआ पढ़कर अपने जीवन में शामिल कर चुके होंगे। इस दुआ को याद रखें और दर्द होने पर इसे पढ़ें, इंशाअल्लाह आपको सुकून मिलेगा।
अल्लाह हमें सब को हर तरह के दर्द से निजात दिलाए, आमीन!